28 सितम्बर :- फ्यूचर न्यूज :- बस्ती जिले में युवक का अपहरण कर हत्या करने और शव छिपाने के आरोप में पूर्व विधायक राना कृष्ण किंकर सिंह के बेटे और भाजपा नेता राना नागेश प्रताप सिंह सहित चार के खिलाफ केस दर्ज हुआ है। भाजपा नेता की गिरफ्तारी को लेकर सीओ कलवारी के नेतृत्व में चार टीमें गठित की गई हैं। अयोध्या में विवादित ढांचा ढहाने के मामले में आरोपी रहे लक्ष्मण सेना के अध्यक्ष रानीपुर निवासी स्वर्गीय रमेश प्रताप सिंह के पुत्र का शव बरामद होने के बाद मृतक के छोटे भाई ने इस बाबत तहरीर दी थी।
हत्या के पीछे पांच दशक पुरानी रंजिश बताई जा रही है।
दुबौलिया के गौरा-सैफाबाद तटबंध पर सरयू नदी किनारे गुरुवार को एक युवक का शव बोरे में मिला था। उसके सिर पर गम्भीर चोट के निशान थे। देर शाम शव की पहचान नगर थाने के रानीपुर निवासी शक्ति सिंह (32) पुत्र रमेश सिंह के रूप में हुई। नगर पुलिस ने गुरुवार को ही शक्ति के गुमशुदगी का केस दर्ज किया था। शव मिलने पर शक्ति सिंह के भाई विक्रम प्रताप सिंह ने नगर पुलिस को तहरीर दी। इसमें विक्रम प्रताप सिंह ने बताया है कि गांव के राना नागेश सिंह के परिवार से दुश्मनी है। 24 सितंबर की शाम छह बजे एक दाह-संस्कार में उनके बड़े भाई शक्ति सिंह मूड़घाट पर मिले। बोले कि वे राना नागेश सिंह, रवि सिंह, शैलेश सिंह और मनोज शुक्ला के साथ आए हैं। आरोप लगाया कि ये लोग उनके भाई को साथ ले गए। 25 सितंबर को कुछ लोगों ने बताया कि चारों उसके भाई की पिटाई कर रहे थे। 26 सितम्बर को दुबौलिया क्षेत्र में शव बरामद हो गया।
सीओ कलवारी प्रदीप कुमार तिवारी ने बताया कि नगर पुलिस ने शक्ति सिंह का अपहरण कर हत्या व शव छिपाने के मामले में पूर्व विधायक राना कृष्णकिंकर सिंह के पुत्र राना नागेश प्रताप सिंह, रवि सिंह निवासी रानीपुर बेलाड़ी थाना नगर, शैलेष सिंह व मनोज शुक्ला व कुछ अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज है। पुलिस के अनुसार हत्यारोपी फरार हैं, जिनकी तलाश जारी है। गिरफ्तारी को लेकर चार टीमें गठित किया गया हैं, जो संभावित जगहों पर दबिश दे रही हैं।