कल्पना सोरेन ने क्यों जताई जेठानी और चंपई की वापसी की उम्मीद

रांची: 30 अक्टूबर :- फ्यूचर न्यूज़

              झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन विधानसभा चुनाव से अपना पॉलिटिकल डेब्यू करने जा रही हैं. झारखंड मुक्ति मोर्चा ने उन्हें गांडेय सीट से उम्मीदवार बनाया है.

कल्पना सोरेन ने कहा कि ‘मईयां सम्मान स्कीम’ के कारण उन्हें सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल रही है. उन्होंने झारखंड मुक्ति मोर्चा को आधी आबादी (महिलाओं के वोट) का समर्थन मिलने का दावा भी किया. इस दौरान कल्पना सोरेन ने अपनी जेठानी सीता सोरेन और चंपई सोरेन की झारखंड मुक्ति मोर्चा में वापसी की उम्मीद भी जताई ।

        कल्पना सोरेन ने कहा चंपई सोरेन बड़े हैं और मेरे आदरणीय भी. मेरी जेठानी सीता सोरेन भी बड़ी हैं. हम अभी भी एक-दूसरे का सम्मान करते हैं. आखिरकार परिवार परिवार ही होता है. भले ही आप अपनी पार्टी से किसी वजह से रूठकर चले गए हैं, लेकिन आपकी बुनियाद आपकी पार्टी से रहती है. इसलिए उस तरफ आप कभी ना कभी जरूर वापस आएंगे ।


          कल्पना ने कहा लोकसभा चुनाव में मेरी ट्रेनिंग हो चुकी है. अब मैं पूरी मजबूती के साथ झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए खड़ी हूं विपक्ष की ओर से लगाए गए बंटी-बबली की जोड़ी के आरोपों पर कल्पना सोरेन ने कहा, “आज झारखंड में जितनी भी योजनाएं चल रही हैं….  सर्वजन पेंशन, अबुआ आवास, बिरसा हरित ग्राम योजना, सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना, बच्चों के लिए विदेश में पढ़ने के लिए स्कॉलरशिप योजना… इसका सभी को फायदा हुआ. अब मईयां योजना का लाभ भी महिलाओं को मिलेगा. बाकी विपक्ष क्या कहता है उससे हमें मतलब नहीं ।

      कल्पना सोरेन ने कहा मैं जानती हूं कि इस तरह की बातें मेरे ससुर जी शिबु सोरेन के लिए कही गई थी. मेरे पति के बारे में भी यही कहा गया. हम देख सकते हैं कि आज राजनीति में किस तरह के पर्सनल अटैक होते हैं. मैं कहना चाहूंगी कि 2.5 साल में हमारी सरकार ने इतना जबरदस्त काम किया है कि लोगों का साथ जरूर मिलेगा ।
        कल्पना सोरेन कहती हैं अगर अभी की बात करें, तो जो रिपोर्ट्स हैं वो मेरे पास नहीं है. मेरा कहना है कि पहले गणना करवा लें, उसके बाद बात करेंगे. जब आपकी सरकार थी, डबल इंजन की सरकार थी, तो किसी ने नहीं बोला. जब हमारी सरकार है तो बोल रहे हैं. ये उन राज्यों में सबसे ज्यादा हमला करते हैं. जहां इनकी सरकार नहीं होती है. सारी ED और CBI इनको उन्हीं राज्यों में दिखता है, जहां इंडिया गठबंधन की सरकार होती है. मुझे लगता है कि इन्हें पावर का इस्तेमाल सही जगह और सही दिशा में इस्तेमाल करना चाहिए ।

           कल्पना सोरेन ने कहा 2014 में जब डबल इंजन की सरकार थी. तब इन्होंने हमेशा कहा कि झारखंड में पहली बार BJP ने अकेले पांच साल पूरे किए. उसके बाद झारखंड में आप अनुमान लगाएं, तो अभी 24 साल हम पूरे करने जा रहे हैं. झारखंड में सबसे ज्यादा सरकार किसकी रही. झारखंड मुक्ति मोर्चा की ही रही है. 20 साल तक BJP की सरकार रही. आज हमें 24 साल हो रहे हैं ।


           कल्पना सोरेन ने कहा झारखंड मुक्ति मोर्चा का चुनाव चिह्न तीर-धनुष है. उसमें झारखंड का इतिहास छुपा हुआ है. इसमें हमारे गुरुजी का संग्राम छिपा है. इसमें हेमंत सोरेन की हिम्मत छिपी है. झारखंड की आवाम का अटूट विश्वास है. अगर चुनाव में कोई खड़ा होता है, तो उम्मीदवार से ज्यादा हमारा चुनाव चिह्न खड़ा होता है. तीर-धनुष हमें बताता है कि ये झारखंड झुकने वाला नहीं है. झारखंड लड़ने वाला राज्य रहा है. ये संग्रामशील और यहां क्रांतिकारी भरे हुए हैं. यहां तीर धनुष का मान हमारी परंपरा, हमारी संस्कृति से भरा है. किसी के पाला बदलने से कोई फर्क नहीं पड़ता ।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!